Life
Pune, India, Jan. 24, 2025, 4 p.m.'Life' is a journey that takes you to a destination called 'Life'.
~ Vijay Sinha
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Life
Pune, India, Jan. 24, 2025, 4 p.m."लकीरें"
Pune, India, Dec. 21, 2024, 3:45 p.m.ढूंढ़ता रहा उसे जो कभी था ही नहीं !
आज उस ‘आस’ को छूटते देख रहा हूँ !!
करता रहा गलतियां बार बार, हर बार !
आज उस ‘काश’ को डूबते देख रहा हूँ !!
दुआ मांगता रहा मस्जिदों में, मंदिरों में
आज उस ‘विश्वास’ को उठते देख रहा हूँ !!
अर्पण करता रहा फूल उनके सर माथे पे !
आज उन फूलों को बिखरते देख रहा हूँ !!
देखता रहा सदियों से सुनहरे सपनें !
आज उन सपनों को टूटते देख रहा हूँ !!
खींचता रहा लकीरें, ठहरे पानी में !
आज उन लकीरों को मिटते देख रहा हूँ !!
कल रात चाँद देखा, पूछा मेरी चांदनी कब दोगे?
सुबह उठा, उनका पैगाम सिरहाने के करीब था!
जिंदगी उसके नाम कर दूँ, गर कोई अपनाने वाला हो !
पीके ज़हर कुर्बान कर दूँ, गर कोई दफ़नाने वाला हो !!
न दौलत में, न सूरत में, मोहब्बत तो छिपा है इंसानो की सीरत में !
ये पनपता नहीं किसी की शर्तों में, रुकता नहीं किसी की बंदिशों में !!
हर दूरियां मिट जाती है, जब दिल करीब होते है !
वरना एक छत के नीचे भी लोग अनजान होते हैं !!
सजदा किया जिनके अश्कों पे, उनका हर अंदाज काफिराना निकला !
हम भींगते रहें उनके आंसुओं से, जिनकी सोहबत झूठों का अम्बार निकला !!
"Reconstructing is much tougher than creating, whether in life or elsewhere."
"Marriage is an endeavor that requires an 'entrepreneurial' attitude."
"Often; blaming others is an artifice act of self."
वो कहते हैं, खुद को जान लो, मुड़ के देखा पर जान न सका !
अब दोष क्या दूँ आईने को, वो भी तो मुझे पहचान न सका !!
"ख्वाब"
Radhadesh, Belgium, March 24, 2024, midnightशायद खुद को दफनाना आसान होता, कुछ अरमानो की जगह !
खुदा भी नुका-छिपी खेल रहा है, अपने इरादे बताने की जगह !!
सदियों से ढूंढ रहा हूँ उसे हर चेहरे में, अनजाने पागल की तरह !
ऐ खुदा अब तो बना दे उसे मेरे लिए, मुझे ही मिटाने की जगह !!
रोक नहीं सकता सैलाब कश्ती को, डर है बस खुदा के रूठ जाने का!
"Friendship"
San Raman, USA, Sept. 16, 2011, 8:55 p.m.दोस्ती नाम का इमान रखना, किया है जो वादा, ख्याल रखना !
मिली दोस्ती की इस धरोहर को, हर कीमत पर बचाये रखना !!
चाहे ख़ुशी हो या गम, हमेशा दोस्ती का साथ निभाये रखना !
लाखों दोस्त मिलें तुम्हें, पर इस दोस्ती का मशाल जलाये रखना !!